स्वास्थ्य

पृष्ठ

सोमवार, 6 फ़रवरी 2017

सूर्य कब एक माह तक अस्त नहीं हुए?

जब त्रेता में भगवान् ने श्रीरामावतार लिए तब गोस्वामीजी मानस में वर्णन करते है क़ि:-

मास दिवस कर दिवस भा मरम न जानइ कोइ।
रथ समेत रबि थाकेउ निसा कवन बिधि होइ॥

जब भगवान् प्रकट हुए तब एक महीने तक रात्रि नहीं हुई। भगवान् सूर्य नारायण के रथ की गति रुक गई थी और वे एक महीने तक अस्त नहीं हुए। 

अब प्रश्न उठता है की ऐसा हुआ क्यों?

इसका एक कारण यह हो सकता है की चूँकि भगवान् का श्रीरामावतार सूर्य वंश में हुए था अतः सूर्य इतने प्रसन्न हुए की अस्त होना ही भूल गए।

अथवा एक कारण यह भी हो सकता है की भगवान् की दिव्य बाल स्वरुप को देख कर सूर्य अपने रथ की गति को रोक कर उसका दर्शन करने रुक गए।

अथवा श्रीराम जन्म के बाद अयोध्यावासियों ने इतने दीप प्रज्वलित किये की एक मास तक अयोध्या में रात्रि का आभास ही नहीं हुआ।

यह भी पढ़े:-

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें