सप्तपुरियो के बारे में कहा गया है की:-
"अयोध्या मथुरा माया काशी कांची ह्यवन्तिका।
पुरी द्वारावती श्रेया: सप्तैता मोक्षदायका:||"
1 अयोध्याजी:- सरयु नदी के तट पर स्थित श्रीराम की जन्म स्थली है। यह पुरी भगवान् के सुदर्शन चक्र पर स्थित है।
2 मथुरा:- यमुना नदी के दोनों किनारो पर बसा हुआ है। श्रीकृष्ण की जन्म स्थली है।
3 माया (हरिद्वार):- गंगा नदी के तट पर स्थित है। माता सती का प्रमुख स्थान एवं शक्ति पीठ है। करनाल से हरिद्वार तक का क्षेत्र माया नगरी कहलाती है।
4 काशी (वाराणसी):- गंगा के तट पर स्थित विश्व की सबसे प्राचीन नगरी जो शिवजी के त्रिशूल की नोक पर स्थापित है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में इसका स्थान है।
5 कांची:- पलार नदी के तट पर स्थित शिव कांची और विष्णु कांची के नाम से प्रसिद्द हरिहरात्मक पूरी है। इसे मंदिरो की नागरी भी कहा जाता है।
6 अवन्तिका (उज्जैन):- शिप्रा नदी के तट पर स्थित महाकाल ज्योतिर्लिंग और हरसिद्धि माता के शक्तिपीठ के कारण प्रसिद्द है।
7 द्वारिकाजी:- सागर के तट पर स्थित है चार धामो में से एक है। श्रीकृष्ण ने अपने जीवन का अधिकांस समय इसी स्थान पर व्यतीत किया।
ये सातो पुरियाँ भगवान् की पवित्र स्थान है जिनका नाम लेने से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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