हमारे सनातन हिन्दू धर्म में शक्ति की उपासना का बड़ा महत्त्व है। अतः शक्ति की उपासना के लिए एक हिन्दू वर्ष में प्रत्येक तीन माह के अंतराल में चार बार नवरात्र पूजन किया जाता है जिसमे दो गुप्त और दो प्रत्यक्ष नवरात्रि मनायी जाता है। आइये जाने ये नवरात्रियाँ कब मनाई जाती है:-
1 वर्ष का प्रारम्भ ही चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से होता है और इसी दिन से चैत्र नवरात्रि का शुभारम्भ भी माना गया है जो कि चैत्र शुक्ल नवमी तक मनाया जाता है। यह प्रत्यक्ष नवरात्रि है। इसे बशंत नवरात्रि भी कहते है।
2 आषाढ़ शुक्ल प्रतिप्रदा से नवमी पर्यन्त पहली गुप्त नवरात्रि मनाई जाती है।
3 अश्विन शुक्ल प्रतिप्रदा से नवमी पर्यन्त दूसरी प्रत्यक्ष नवरात्रि मनाई जाती है। इसे शारदेय नवरात्रि भी कहा जाता है।
4 पौष शुक्ल प्रतिप्रदा से नवमी पर्यन्त दूसरी गुप्त नवरात्रि मनाई जाती है। कुछ विद्वान् पौष माह को उचित नहीं मानते और इसके स्थान पर माघ माह में नवरात्रि की कल्पना करते है।
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