शुक्रवार, 12 मई 2017

चौदह मन्वन्तरों में होते है भगवान् के ये चौदह मनु अवतार!!

चारो युग जब एक हजार बार व्यतीत हो जाए तो उस काल को एक कल्प कहते है और यह एक कल्प ब्रह्माजी का एक दिन होता है। ब्रह्मा जी के एक दिन अर्थात एक कल्प में चौदह मन्वन्तर होते है और प्रत्येक मन्वन्तर में एक मनु होते है जो एक मन्वन्तर अर्थात इकहत्तर चतुर्युगी तक इस विश्व का पालन करते है। 

भगवान प्रत्येक मन्वन्तर में मनु के रूप में अवतार लेते है। वर्तमान में वाराह कल्प चल रहा है जिसके सात मनु हो चुके है और सात मनु आगे होंगे। आइये जाने उन मनुवो के नाम क्या है:-
1 स्वायम्भुव मनु।
2 स्वारोचिष मनु।
3 उत्तम मनु।
4 तामस मनु।
5 रैवत मनु।
6 चाक्षुस् मनु।
7 वैवस्वत मनु।
8 सावर्णि मनु।
9 दक्षसावर्णि मनु।
10 ब्रह्मसावर्णि मनु।
11 धर्मसावर्णि मनु।
12 रुद्रसावर्णि मनु।
13 देवसावर्णि मनु।
14 इन्द्रसावर्णि मनु।

वर्तमान में इस कल्प का सातवाँ मन्वन्तर चल रहा है जिसमे विवश्वान (सूर्य) के पुत्र वैवस्वत (श्राद्धदेव) मनु हुवे है।

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